भोपाल 22 दिसंबर(प्रेस इंफार्मेशन सेंटर)। जबसे मोदी सरकार ने बैंक खाते खुलवाने की मुहिम चलाई है तबसे लोग बैंक में सेविंग्स अकाउंट खुलवाना पसंद करते हैं। छोटे वित्तीय लेनदेन करने वालों के लिए बैंक खाते कई बार मंहगा सौदा साबित होते हैं। पोस्ट ऑफिस में सेविंग अकाउंट खुलवाने के अपने अलग फायदे हैं. आईए जानते हैं कि पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट किस तरह उपयोगी साबित हो रहा है। ट्रांजैक्शन के अलावा कई तरह की स्कीम्स के फायदे भी सेविंग्स अकाउंट के जरिए ही मिलते हैं. सेविंग्स अकाउंट किसी भी बैंक या पोस्ट ऑफिस में खुलवा सकते हैं. आमतौर पर लोग बैंक में सेविंग्स अकाउंट खुलवाना पसंद करते हैं, लेकिन पोस्ट ऑफिस में सेविंग अकाउंट खुलवाने के अपने अलग फायदे हैं. पहला फायदा तो ये है कि इसमें आपको बहुत ज्यादा मिनिमम बैलेंस मेंटेन नहीं करना पड़ता. सिर्फ 500 रुपए का बैलेंस बनाए रखना भी काफी है. आइए आपको बताते हैं पोस्ट ऑफिस के सेविंग अकाउंट पर मिलने वाले तमाम फायदों के बारे में.
खाता खुलवाना बहुत सरल
कोई भी वयस्क व्यक्ति पोस्ट ऑफिस में खाता खुलवा सकता है. इसके अलावा दो लोग मिलकर भी अपना अकाउंट खुलवा सकते हैं. माइनर के लिए अकाउंट खुलवाना हो तो उसके माता-पिता या कानूनी अभिभावक उसकी ओर से अकाउंट खुलवा सकते हैं. वहीं 10 वर्ष से अधिक उम्र का नाबालिग अपने नाम से खाता खुलवा सकता है. नाबालिग को वयस्क होने के बाद अपने नाम में अकाउंट को ट्रांसफर करवाने के लिए संबंधित डाकघर में नया खाता खोलने का फॉर्म और अपने नाम के केवाईसी दस्तावेज जमा करने होते हैं.
कई सुविधाएं उपलब्ध
बैंक की तरह ही आपको पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट पर भी कई तरह की सुविधाएं मिलती हैं. अकाउंट खुलवाने पर आपको चेकबुक, एटीएम कार्ड, ईबैंकिंग/मोबाइल बैंकिंग, आधार लिंकिंग आदि की सुविधा मिलती है. इसके अलावा आप इस अकाउंट पर सरकार की ओर से चलाई जा रही अटल पेंशन योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना ,किसान सम्मान निधि, लाड़ली बहना योजना, का भी लाभ ले सकते हैं. इसमें आपको 4.0% प्रति वर्ष के हिसाब से ब्याज मिलता है.
कुछ सेवाओं पर लगेगा शुल्क
पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट में मिनिमम 500 रुपए होने जरूरी हैं. अमाउंट कम है और वित्तवर्ष खत्म होते-होते ये इस लिमिट से नीचे ही रहता है तो 50 रुपए मेंटेनेंस फीस काट लिया जाएगा.
डुप्लीकेट पासबुक जारी करवाने के लिए आपको 50 रुपए देने होते हैं.
अकाउंट स्टेटमेंट या डिपॉजिट रसीद जारी कराने के लिए 20-20 रुपए देने होते हैं.
सर्टिफिकेट खोने, खराब होने की दिशा में पासबुक जारी करवाने पर हर रजिस्ट्रेशन पर 10 रुपए देने होते हैं.
अकाउंट ट्रांसफर कराने पर और अकाउंट प्लेज कराने पर 100-100 रुपए लगते हैं.
नॉमिनी का नाम बदलवाने या कैंसल कराने के 50 रुपए लगते हैं.
चेक के दुरुपयोग पर आपको 100 रुपए चार्ज देना होता है.
एक साल में आप चेक बुक के 10 लीफ बिना किसी चार्ज के इस्तेमाल कर सकते हैं, और उसके बाद हर लीफ पर 2 रुपए का चार्ज लगता है.
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