सावन की फुहार लाए विजया भारती के लोकगीत

सनातन संस्कृति में रची बसी लोक गायिका सुश्री विजया भारती इन दिनों राजधानी भोपाल में अपने कला से लोगों का मन मोह रहीं हैं.

भोपाल,26 जुलाई(प्रेस इंफार्मेशन सेंटर) देश की प्रख्यात लोकगायिका विजया भारती इन दिनों राजधानी भोपाल में अपने सदाबहार लोकगीतों के साथ एक फिल्म की शूटिंग में व्यस्त हैं। उनके लोकगीत इतने मधुर हैं कि सावन की फुहारें एक बार फिर जीवन संगीत बनकर बरसने लगीं हैं। भारतीय लोक संगीत की दुनिया में विजया भारती का नाम बड़े प्यार और सम्मान से लिया जाता है. विजया बिहार की हैं. इसलिए बिहार की तमाम लोक भाषाओं भोजपुरी, मैथिली, अंगिका आदि में तो वे गाती ही हैं, किन्तु उनकी पहचान समूचे देश और दुनिया में 18 भाषाओं में गाने वाली एक स्तरीय और झुमा देने वाली गायिका के रूप में स्थापित है. सुर-सौंदर्य और सौम्यता से परिपूर्ण विजया भारती ने संगीत के मंचों से लेकर ऑडियो-वीडियो एलबमों तथा टेलीविजन चैनलों के अलावा फिल्मों में भी अपनी कला का जादू बिखेरा है. विजया ने मुंबई फिल्म जगत की तमाम जानी-मानी हस्तियों यथा महानायक अभिताभ बच्चन, स्व अमरीशपुरी, गोविन्दा, अमोल पालेकर, जितेन्द्र, यश चोपड़ा, जया प्रदा, शत्रुघन सिन्हा, मनोज बाजपेयी, उदित नारायण, स्व. रविन्द्र जैन आदि के साथ दिल्ली, मुंबई से लेकर यूरोप के अनेक देशों में मंचों पर सफलता के साथ कार्यक्रम पेश कर अपार लोकप्रियता अर्जित की है.

विजया पारंपरिक लोकगीतों के अलावा ज्यादातर स्वरचित और स्वयं संगीतबद्ध गीत गाती हैं और इसीलिए उनकी अपनी विशिष्ट् पहचान है. हिन्दी और संगीत में डबल एमए के अलावा, विद्यावाचस्पति की उपाधि प्राप्त विजया भारती ने हिंदी, भोजपुरी, मैथिली और अंगिका भाषाओं में सैकड़ों गीत लिखे और गाये हैं.

मूलत: बिहार की रहने वाली और मुंबई में पैदा विजया भारती ने भारत सरकार के ‘भारतीय सास्कृतिक संबधं परिषद’ (आईसीसीआर) के माध्यम से दुनिया के 20 देशों में भोजपुरी गायन प्रस्तुत कर अंर्तराष्ट्रीय पहचान बनायी है. उनके कार्यक्रम रूस, ब्रिटेन, हालेंड, जर्मनी, बेल्जियम, त्रिनिडाड, पोर्ट ऑफ स्पेन, फ्रांस तथा अनेक कैरेबियन देशों में काफी यादगार रहे हैं. त्रिनिडाड के एक अखबार ने विजया का कार्यक्रम देखने के बाद प्रशंसा करते हुए शीर्षक लिखा – इलेक्ट्रिफाइंग भारती.

विजया भारती (संगीत और हिंदी में डबल एमए व विद्यावाचस्पति) देश की जानी मानी लोकगायिका, एंकर, कवयित्री व लोक संस्कृति की मर्मज्ञ हैं| आकाशवाणी व दूरदर्शन की ऐ ग्रेड कलाकार विजया ने देश के कोने कोने से लेकर 20 से अधिक देशों में भारतीय लोक संस्कृति का परचम लहराया है| तमाम टीवी चैनलों पर नियमित कार्यक्रम करने के अलावा आपने महुआ टीवी पर लगातार चार साल तक प्रतिदिन बिहाने बिहाने कार्यक्रम की एंकरिंग कर रिकार्ड बनाया है| अनेकों पुरस्कार के अलावा आपको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विजया की सराहना करते हुए आपको कुपोषण और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान में शामिल होने के लिए प्रेरित और निमंत्रित भी किया|

विजया के कार्यक्रम केन्द्र सरकार के विभिन्न संस्थानों के अलावा कई राज्य सरकारों के जरिये नियमित तौर पर होते हैं. विजया बिहार-यूपी की पहली कलाकार हैं, जिन्होंने दूरदर्शन पर ‘सुबह-सवेरे’ जैसे बेहद लोकप्रिय कार्यक्रम के जरिये भोजपुरी लोकगीतों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलायी. आकाशवाणी और दूरदर्शन की नियमित कलाकार रहीं विजया ने ‘सुबह-सवेरे’ के बाद एनडीटीवी, आज तक, स्टार न्यूज, आईबीएन सेवन, जी टीवी, सहारा समय, पी-7 तथा ईटीवी आदि अनेक निजी टीवी चैनलों पर छा गयीं. इन चैनलों पर लोकसंगीत के अनेकानेक कार्यक्रमों के अलावा ईटीवी यूपी और बिहार पर भी विजया कई सालों तक लगातार ‘फोक जलवा’, ‘धुन’ और ‘तेरे मेरे गीत’ जैसे कार्यक्रमों में गायन व एंकरिंग सहित पेश करती रही हैं. विजया के नाम एक और बड़ा रिकॉर्ड है – महुआ चैनल पर लगातार चार सालों तक बिहाने बिहाने कार्यक्रम की एंकरिंग. इस कार्यक्रम के जरिये विजया को अपार लोकप्रियता हासिल हुई. इसके बाद विजया एक अन्य टीवी सीरियल भौजी नंबर वन की प्रमुख जज के रूप में भी खासी चर्चित रही हैं. विजया को अनेक राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार व सम्मान मिल चुके हैं.

उनके गीत टी-सीरीज, वीनस, टिप्स, लिप्स, रामा, भारत और नीलम आदि अनेक कैसेट कंपनियों से भोजपुरी, मैथिली और अंगिका भाषाओं में जारी हो चुके हैं.

विजया ने अपने गाये गीतों में ज्यादातर खुद ही लिखे और कंपोज किए हैं. विजया ने उन्हीं गीतों को अपना सुर और स्वर दिया है, जिसमें भारतीय संस्कृति, संस्कार और माटी की खुशबू है. विजया का मानना है कि लोक संस्कृति में जन्म से लेकर मृत्यु तक के गीत है. प्रकृति, उत्सव और उपनयन संस्कार के गीतों के अलावे जन -जन की आत्मा में लोक गीत और लोक संगीत रचा बसा है. वे कहती है कि लोक गीत और संगीत के बिना जीवन अधूरा है. मुझे अपनी विशुद्ध लोकगायिकी पर गर्व है.

VIJAYA BHARTI
India’s Multilingual Folk Singer
Mob – 9810482284
F-1 & 2, 6/155, Behind Milind Academy,
Media Enclave, Sec-6, Vaishali, Ghaziabad 201012, UP
Email- [email protected]

http://folksingervijayabharti.blogspot.in

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