नई दिल्ली 06 दिसंबर(प्रेस इंफार्मेशन सेंटर)। बीजेपी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर देश के विरुद्ध साजिश करने का आरोप लगाया है. बीजेपी की ओर से कहा गया है कि राहुल गांधी अरबपति जॉर्ज सोरोस और समाचार पोर्टल संगठित अपराध और भ्रष्टाचार रिपोर्टिंग परियोजना (ओसीसीआरपी) के साथ एक त्रिकोण का हिस्सा हैं, जिसका उद्देश्य भारत को अस्थिर करना है.
अब राहुल गांधी पर बीजेपी की ओर से लगाए गए आरोपों पर कांग्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. राहुल गांधी और वायनाड के नवनिर्वाचित सांसद प्रियंका गांधी वाद्रा और पूरे विपक्षी दलों ने बीजेपी की ओर से दिए गए बयान का विरोध किया है. सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा में शून्यकाल में कांग्रेस को घेरने का प्रयास करते हुए नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से पूछने के लिए कुछ सवाल उठाए जिसके बाद विपक्षी सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया. कांग्रेस ने निशिकांत दुबे की ओर से लगाए गए आरोपों को अत्यंत अपमानजनक बताया है.निशिकांत दुबे ने कहा कि विपक्षी दल सरकार को अस्थिर करने के लिए तरह-तरह के मंसूबे पालते रहते हैं. मैं पूरे देश को बताना चाहता हूं कि विदेशी फंडिंग के माध्यम से (प्रधानमंत्री नरेन्द्र) मोदी और उनकी सरकार के खिलाफ किस तरह काम होता है.
दुबे ने फ्रांस की एक रिपोर्ट के हवाले से दावा किया कि अमेरिका की सरकार और वहां के एक कारोबारी ने अपने फाऊंडेशन के माध्यम से भारत सरकार को अस्थिर करने के लिए विपक्षी नेता राहुल गांधी को किराए पर लिया है। बीजेपी ने आरोप लगाया कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भारत को अस्थिर करने का प्रयास कर रहे हैं. वे कतिपय मीडिया संस्थानों की मदद से अंतर्राष्ट्रीय ताकतों से जुड़े हैं और भारत के विरुद्ध षड़यंत्र कर रहे हैं।
भाजपा नेता संबित पात्रा ने दावा किया कि अरबपति निवेशक जॉर्ज सोरोस और कुछ अमेरिका आधारित एजेंसियां, खोजी मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ऑर्गनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट’ (ओसीसीआरपी) और राहुल गांधी की तिकड़ी ने भारत को अस्थिर करने और सत्ता परिवर्तन के लिए सार्वजनिक असंतोष को भड़काने की कोशिश की.
उन्होंने कहा कि जब कोई मुद्दा नहीं होता है तब आप अपने मुद्दे गढ़ते हो और ऐसे मुद्दे गढ़ते हो जो देश के विरोध में हो और पूरे विश्वपटल पर देश को बदनाम करने की कोशिश होती है. यही राहुल गांधी कर रहे हैं, इसलिए मैंने उन्हें देशद्रोही कहा, जो अपने देश को बदनाम करते हैं, तथ्यों के आधार पर नहीं बल्कि झूठ बोलकर बदनाम करते हैं. उसे देशद्रोही नहीं तो क्या कहेंगे.
संबित पात्रा ने कहा कि ओसीसीआरपी और राहुल गांधी दो शरीर और एक आत्मा है. उन्होंने कहा, ‘‘ये महज संयोग नहीं है। ये साठगांठ है और इससे एक बात स्पष्ट होती है कि राहुल नहीं चाहते कि भारत आगे बढ़े. भारत की संसद चले, यह राहुल गांधी नहीं चाहते.”
Who is George Soros: संसद सत्र के पहले दिन से ही विपक्ष ने अडानी के मुद्दे को हवा दे रखी है। वहीं विपक्ष पर पलटवार करते हुए सत्ता पक्ष ने कई बड़े दावे किए हैं। इसी बीच अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस का नाम भी मीडिया में सुर्खियां बटोरने लगा है। बीते दिन न सिर्फ संसद में जॉर्ज सोरोस का नाम सुनने को मिला बल्कि सत्ताधारी पार्टी बीजेपी ने सोशल मीडिया पर भी एक मुहिम छेड़ दी है।
बीजेपी का दावा है कि जॉर्ज सोरोस अक्सर मोदी सरकार को निशाना बनाते हैं। जॉर्ज सोरोस नागरिकता संशोधन अधिनियम से लेकर आर्टिकल 370 हटाने, अडानी ग्रुप और भारतीय लोकतंत्र पर उंगली उठाने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं। यही नहीं, हिंडनबर्ग के अलावा OCCRP ने भी अडानी ग्रुप पर सवाल खड़े किए थे। वैसे तो OCCRP पब्लिक फंडेड फर्म है, लेकिन इसमें जॉर्ज सोरोस भी काफी पैसा देते हैं।
साल 2020 में आर्टिकल 370 हटाने और नागरिकता संशोधन अधिनियम का विरोध करते हुए जॉर्ज सोरोस ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत तानाशाही की तरफ बढ़ रहा है। वहीं अब जॉर्ज सोरोस का नाम सियासी गलियारों में नया एजेंडा बन गया है। तो आइए जानते हैं जॉर्ज सोरोस के बारे में विस्तार से…
12 अगस्त 1930 को हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट में जन्में जॉर्ज सोरोस यहूदी परिवार से ताल्लुक रखते हैं। हालांकि दूसरे विश्व युद्ध के दौरान जब हिटलर यहूदियों पर अत्याचार कर रहा था, तो जॉर्ज सोरोस के परिवार ने अपनी पहचान बदल ली थी। विश्व युद्ध खत्म होने के बाद जॉर्ज सोरोस लंदन चले गए। यहां उन्होंने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में एडमिशन लिया। इस दौरान जॉर्ज सोरोस ने पढ़ाई के साथ-साथ रेलवे में कुली और क्लब में वेटर का भी काम किया।
1956 में जॉर्ज सोरोस ने अमेरिका का रुख कर लिया। 1973 में उन्होंने खुद की कंपनी सोरोस एंड मैनेजमेंट की नीव रखी। उन्हें अमेरिका के सबसे बड़े और कामयाब इन्वेस्टर के तौर पर देखा जाता है। जॉर्ज सोरोस अपना सोसाइटी फाउंडेशन भी चलाते हैं। फोर्ब्स की मानें तो जॉर्ज सोरोस की नेट वेल्थ 6.7 अरब डॉलर यानी 56,257 करोड़ रुपए से अधिक है। वहीं जॉर्ज सोरोस अपनी संपत्ति में से 32 अरब डॉलर रुपए दान कर चुके हैं।
93 वर्षीय जॉर्स सोरोस तीन शादियां कर चुके हैं और उनके कुल 5 बच्चे हैं। जॉर्स सोरोस की पहली पत्नी एनालिसे विश्चेक थीं, जिनसे उन्होंने 1960 में शादी रचाई थी। सोरोस और एनालिसे के 3 बच्चे हैं। जॉर्ज सोरोस ने अपने बेटे अलेक्जेंडर को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया है।
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