कुंडली और एलोपैथी से इलाज

जयपुर में ज्योतिष-एलोपैथी से इलाज की सुविधा वाले अस्पताल का लोकार्पण किया गया है। यहां मरीज की कुंडली देखकर न सिर्फ उसके रोग का पता लगाया जाएगा, बल्कि उसकी बीमारी ठीक होने लायक है अथवा नहीं, इसका भी पूर्वानुमान लगाया जाएगा। फिर इलाज से मरीज को पूर्ण स्वस्थ करने का प्रयास होगा।


भारतीय प्राच्य ज्योतिष शोध संस्थान के इस संगीता मेमोरियल अस्पताल का लोकार्पण राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे तथा विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी द्वारा किया गया। संस्थान के सचिव पं. अखिलेश शर्मा ने बताया कि मरीज की कुंडली में ग्रहों की दशा से उसकी बीमारी की सटीक जानकारी ली सकती है। ज्योतिष-एलोपैथी समन्वय से इलाज के लिए 2015 में राज्य सरकार को प्रस्ताव दिया गया था। उसके बाद 2017 में व्यापक शोध कर एक रिपोर्ट सरकार को सौंपी गई। शोध में एलोपैथी डाक्टरों ने ज्योतिषियों से बीमारी की पहचान संबंधी उनकी प्रक्रिया जानी, जिससे संतुष्ट होने के बाद ही इस अस्पताल की स्थापना की कवायद प्रारंभ हुई।


पं. शर्मा ने दावा किया कि एलोपैथी चिकित्सा पद्धति से बीमारी के बारे में 80 फीसदी ही पता किया जा सकता है, जबकि ज्योतिष विज्ञान से सौ फीसदी एक्यूरेसी से बीमारी के कारण और निवारण के बारे में जानकारी ली जा सकती है। उन्होंने बताया कि उनके संस्थान के अस्पताल में एलोपैथी पद्धति से इलाज शुरू करने से पूर्व डॉक्टर मरीज का डाटा व कुंडली ज्योतिष विभाग को भेजेंगे। जहां पता लगाया जाएगा कि मरीज को क्या बीमारी है, किस अंग में बीमारी है और वह ठीक हो सकती है अथवा नहीं, यह रिपोर्ट आधे घंटे भीतर डॉक्टर को उपलब्ध करा दी जाएगी। डॉक्टर उसे अपनी रिपोर्ट से मिलान कर उपचार की क्रिया प्रारंभ करेंगे। पं. शर्मा के अनुसार आगामी एक अप्रैल से अस्पताल विधिवत रूप से कार्य करे लग जाएगा। 

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