अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक महिला अपराध ने ऊर्जा डेस्क की समीक्षा बैठक ली
भोपाल, 15 जनवरी 2019। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक महिला अपराध अन्वेष मंगलम ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 12 जिलों के एसपी के साथ ऊर्जा (URJA-अर्जेन्ट रिलीफ फॉर जस्ट एक्शन) डेस्क की समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा कि महिला अपराधों के संबंध में ऊर्जा डेस्क महिला पीडि़ता की शिकायतों पर संवेदनशीलता एवं सहानुभूति के साथ कार्यवाही करें तथा उन्हें एहसास करायें कि वे सही स्थान पर आई हैं और उन्हें न्याय मिलेगा। किसी भी तरह से केवल खानापूर्ति न की जाए सिर्फ और सिर्फ सटीक कार्यवाही हो।
श्री मंगलम ने सभी एसपी को निर्देशित किया कि ऊर्जा डेस्क के लिए आवश्यक संसाधन मुहैया करवाकर अधिकारी एवं कर्मचारियों की नियमित रूप से ड्यूटी लगाकर सही कार्यवाही के लिए सतत मॉनिटरिंग करें। ऊर्जा हेल्प डेस्क में कार्यरत सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों को निर्धारित कार्यक्रम अनुसार प्राथमिकता के आधार पर प्रशिक्षण दिलाया जाए। ऊर्जा हेल्प डेस्क के लिए आवश्यक संसाधनों एवं अन्य जरूरतों के लिए पुलिस मुख्यालय की संबंधित शाखा को यथाशीघ्र मांग प्रेषित की जाए। उन्होंने कहा कि ऊर्जा डेस्क में समर्थ, संवेदनशील एवं कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी/कर्मचारियों को रखा जाए। श्री मंगलम ने कहा कि स्थानीय सामाजिक, धार्मिक एवं अन्य संगठनों सहित ग्राम रक्षा समिति, आशा कार्यकर्ता, दीदी आदि के सहयोग से थानों के आसपास के अंचलों में महिला अपराधों के प्रति जागरुकता एवं ऊर्जा डेस्क के संबंध में जानकारी देने के लिए व्यापक एवं कारगर प्रयास किए जाएं। ऊर्जा डेस्क में आई महिला पीडि़ता की शिकायत सुनने के लिए हर समय अधिकारी/कर्मचारी मौजूद रहें। ऊर्जा डेस्क का माहौल ऐसा हो जिसमें पीडि़ता बेझिझक एवं निडर होकर अपनी बात रख सके साथ ही उसे यह एहसास हो कि वह सही जगह आई है और उसे न्याय मिलेगा। ऊर्जा डेस्क स्टाफ वॉट्सअप ग्रुप से जुड़कर निर्देशों, सूचनाओं एवं अन्य किसी भी जानकारी का त्वरित आदान-प्रदान करें। उन्होंने कहा कि ऊर्जा डेस्क से संबंधित कार्यवाही गंभीर एवं सटीक हो इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही की कोई गुंजाइश नहीं है। श्री मंगलम ने 12 जिलों के सभी एसपी से ऊर्जा हेल्प डेस्क के संबंध में एक-एक करके विस्तृत जानकारी ली एवं निर्देश दिए।
उल्लेखनीय है कि पुलिस महानिदेशक श्री ऋषि कुमार शुक्ला ने माह सितंबर 2018 में जहांगीराबाद में ऊर्जा (अर्जेन्ट रिलीफ फॉर जस्ट एक्शन) डेस्क का शुभारंभ किया था।प्रदेश के 12 जिलों विदिशा, रतलाम, इंदौर, भोपाल, बैतूल, सिवनी, बालाघाट, रीवा, जबलपुर, पन्ना, मुरैना एवं ग्वालियर के 180 थानों में पीडि़त महिलाओं की शिकायतें एवं समस्याएं सुनने के लिए तीन श्रेणियों में ऊर्जा हेल्प डेस्क स्थापित किए गए हैं। प्रथम वर्ष इन 180 थानों में ऊर्जा डेस्क के कार्य करने के बाद प्राप्त हुए वैज्ञानिक डेटा के आधार पर महिला अपराधों एवं अपराध पीडि़ताओं के बचाव के लिए आगे की नीति एवं कार्यवाही की योजना बनाई जाएगी। इस अवसर पर सहायक पुलिस महानिरीक्षक श्रीमती शालिनी दीक्षित, सुश्री इमरीन शाह, श्री एम.एस.मुजाल्दे, श्री मलय जैन, एवं रिसर्च टीम के सदस्य उपस्थित थे।
Leave a Reply