भोपाल,26 अप्रेल। देश के जागरूक नागरिकों को सूचना तंत्र से जोड़ने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच का गठन किया गया है। हाल ही में गुरुग्राम में हुई मंच की बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े कई जिम्मेदार नागरिकों ने जनता को एक बेहतर सुरक्षा मंच उपलब्ध कराने का अभियान प्रारंभ किया है। इस अभियान के तहत भोपाल में मध्यप्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक एस.के.राऊत को अध्यक्ष बनाया गया है। श्री राऊत के साथ आज मप्र इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष शैलेन्द्र प्रधान और स्पंदन स्वयंसेवी समूह के अनिल सौमित्र ने मंच की गतिविधियों की जानकारी दी।
सफल पुलिस महानिदेशक के रूप में ख्याति बटोर चुके श्री एस.के.राऊत ने बताया कि राष्ट्र की सुरक्षा की कड़ी में सीधे तौर पर देश के जागरूक नागरिकों को जोड़ने के लिए इस मंच का गठन किया गया है। समाज की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए स्कूलों, कालेजों, महाविद्यालयों के अलावा विभिन्न संगठनों के बीच संवाद स्थापित किया जाएगा। इसमें सामाजिक और स्वैच्छिक संगठन भी बड़ी भूमिका निभाएंगे।
उन्होंने बताया कि हरियाणा के गुरुग्राम में 15-16 मार्च को हुई बैठक में देश भर के विभिन्न राज्यों के कार्यकर्ता उपस्थित हुए थे। मंच के राष्ट्रीय समन्वयक इंद्रेश कुमार की उपस्थिति में हरियाणा के राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी ने दीप प्रज्ववलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया था। दूसरे दिन समापन समारोह पूर्व गृह सचिव आर. के सिंह की मौजूदगी में हुआ। बैठक में तय किया गया कि राष्ट्रीय महत्व के तीन दिवसों को बड़े स्तर पर मनाया जाएगा। इनमें 8 अप्रैल को इंकलाब दिवस, 23 सितंबर को हायफा दिवस, और 30 दिसंबर को प्रथम स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाएगा। प्रदेशों की इकाईयां अपनी जरूरत के मुताबिक अन्य कार्यक्रमों का आयोजन भी कर सकेंगी।
मंच के मार्गदर्शन में साल भर सामाजिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ साथ संगोष्ठियों का भी आयोजन किया जाएगा। जिनके माध्यम से राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी जरूरतों पर व्यापक विमर्श किया जाएगा। विश्वविद्यालयों में सुरक्षा से जुड़े विषयों पर अनुसंधान कार्यों को प्रोत्साहन दिया जाएगा। गुरुग्राम में आयोजित मीडिया की कार्यशाला में राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण के लिए पांच विषयों पर अधिक प्रकाश डाला गया
। इनमें पर्यटन बनाम आतंकवाद, हिंद महासागरीय क्षेत्र की गतिविधियां, भारत इसराईल संबंध, एशियाई क्षेत्रों में चीन की धौंसपट्टी, और जन सांख्यिकीय परिवर्तन एक प्रमुख खतरा जैसे विषय शामिल किए गए थे। कार्यशाला में जाने माने पत्रकार अशोक श्रीवास्तव, जगदीश उपासने, और शिवाजी सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े विषयों पर न केवल चर्चा की बल्कि समस्याओं के संभावित निराकरणों पर पूछे गए सवालों के उत्तर भी दिए।
पत्रकारों से चर्चा के पहले वक्ताओं ने छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सली हिंसा में शहीद हुए जवानों को श्रद्धा सुमन भी अर्पित किए। उनके शोक संतप्त पीड़ित परिवारों के प्रति भी संवेदना व्यक्त की गई।मीडिया समन्वयक कृपा शंकर चौबे और मंच के स्थानीय समन्वयक डॉ.अनिल सौमित्र ने राष्ट्र के प्रति बढ़ाई जाने वाली इस जागरूकता से देश को न केवल विदेशी बल्कि देश को तोड़ने वाली भीतरी ताकतों से भी निपटने में सफलता मिलेगी।
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