कानून से बने राममंदिर और रुके गौहत्याः जन न्याय दल

सागर/ 13 जून/बहुसंख्यक हिन्दुओं की आस्था के प्रतीक भगवान राम की विवादित जन्म स्थली अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनाने और देष में गौ-हत्या रोकने के लिये केन्द्र की भाजपानीत एन.डी.ए. सरकार संसद से कानून बनाने का मार्ग प्रषस्त करे।

उक्ताषय के प्रस्ताव आज राजनैतिक पार्टी जन-न्याय दल राष्ट्रीय कार्य समिति ने सर्वसम्मति से पारित किये। श्री देवरहा- काम्पलेक्स स्थित पार्टी के मुख्यालय पर संपन्न हुई इस बैठक की अध्यक्षता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट बृजबिहारी चैरसिया ने की। पार्टी के प्रवक्ता आलोक सिंघई ने बताया कि बैठक में पार्टी के द्वारा कई महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णय लिये गये हैं।
निर्णयों की जानकारी देते हुये उन्होंने बताया कि राम मंदिर का निर्माण और गौ-हत्या को रोकना हिन्दुओं की आस्था और श्रद्धा का प्रष्न है। राम मंदिर निर्माण विवाद का हल अब बातचीत से और न्यायालय से निकलना बहुत मुष्किल लग रहा है। अतः इसके लिये काननू बनाया जाना आवष्यक है। पार्टी का मानना है कि जरूरत पढ़ने पर सरकार को लोकसभा व राज्यसभा का संयुक्त अधिवेषन बुलाकर कानून बनाना चाहिये।

उन्होंने बताया कि उनकी पार्टी में व्यापक विमर्ष के बाद यह सहमति बनी है कि जहाॅ राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की वैचारिक सोच-देष की एकता और अखण्डता के लिये आवष्यक है वहीं राष्ट्रवादी हिन्दुत्व की विचारधारा ही सषक्त राष्ट्र का निर्माण कर सकती है और इसके लिये अब हिन्दु चेतना राष्ट्रीय आवष्यकता है।

उन्होंनें कहा कि उनकी पार्टी जन-न्याय दल का मानना है कि आर.एस.एस., विहिप, राम भक्तो, गौ-भक्तों संत-समाज सहित हिन्दुवादी संगठनों की प्रेरणा और सहयोग से बहुसंख्यक हिन्दुओं की वोटों के सहारे प्रचण्ड बहुमत पाकर केन्द्र में सरकार बनाने वाली भाजपा अब अपनी घोषित राष्ट्रवादी-हिन्दुत्व की नीतियों के विपरही जाकर कांग्रेस की ही नीतियों को स्वीकार करने में ज्यादा रूचि दिखा रही है। यह अल्पसंख्यक- तुष्टीकरण में डूबी कांग्रेस को देष की सत्ता से उखाड़ फेकने में सहयोग करनेवाली जनता के साथ धोखा है। उनकी पार्टी ने भाजपा से सवाल किया है कि वह हिन्दुओं के सामने यह स्पष्ट करे कि उसकी राष्ट्रवादी सोच देष के लिये आवष्यक है या कांग्रेस की नीतियां ।

उन्होंने बताया कि उनकी पार्टी जम्मू-कष्मीर समस्या के स्थायी निदान के लिये चाहती है कि केन्द्र की भाजपा सरकार वहां की साझा-सरकार को तत्काल खत्म करके जम्मू-कष्मीर के चरित्र को बदलने का फैसला करे। जम्मू-कष्मीर की भौगोलिक सीमाओं को तीन हिस्सों में बांटते हुये वहाॅ धारा-370 खत्म करे और शेष भारत से जम्मू कष्मीर मंे लोगों को ले जाकर वहां बसाये अथवा बसने दे। भाजपा अपनी मूल-सोच ‘‘एक देष में दो संविधान नहीं चलेंगे ?’’

उन्होंने कहा कि देष में आंदोलित किसानों की समस्याओं के लिये उनकी पार्टी आर्थिक- असमानता की नीतियों की पोषक कांग्रेस और भाजपा को समान रूप से जिम्मेदार मानती है। सरकारी आर्थिक- सर्वे 2016 से इस बात की पुष्टि होती है कि जहाॅ 45 वर्षो में सरकारी नौकरों की आमदनी 300 गुना तक बढी है वहीं इसी अवधि में किसानों की आमदनी महज 19 गुना ही बढ़ी है। साथ ही नोट बंदी के दुष्प्रभाव भी अब किसानों को रूला रहे हैं।

उन्होंने बताया कि उनकी पाटी राममंदिर बनाने और गौ-हत्या रोकने के लिये केन्द्र सरकार संसद में कानून बनाये जाने वाले प्रस्ताव के पक्ष- समर्थन में जनता के बीच जोयगी और जनमत तैयार करने के लिए विहिप, संत समाज, राम-भक्तो, गौ-भक्ता, व हिन्दु संगठनों से सहयोग मांगेगी।

उन्होंने बताया कि उनकी पार्टी ने निर्णय लिया है कि इन दोनों प्रस्तावों के साथ ही पार्टी के शराबबंदी आंदोलन को समाहित करके मध्यप्रदेष में ‘‘संकल्प-अभियान’’ प्रारंभ किया जा रहा है जिसके माध्यम से जनता को संकल्पित किया जावेगा एवं संकल्प पत्र भरनेक वालांे को उनकी पार्टी सम्मान पत्र देकर सम्मानित करेगी।

उन्होंने बताया कि उनकी पार्टी वर्ष 2018 में होने वाले मध्यप्रदेष विधानसभा के चुनावों में सभी विधानसभा क्षेत्रों में अपने प्रत्याषी खड़े करेगी। चुनाव संचालन के लिये प्रदेष स्तर पर और विधानसभा स्तर पर दो स्तरीय क्रमषः प्रबंधन समिति व संचालन समिति का गठन किया जावेगा। बैठक में सदस्य रमेष कुमार बौद्ध, गोपाल सिंह कुषवाहा, सीताराम चैरसिया, एडवोकेट, जे.पी. सोनी, जगदीष विष्वकर्मा, षिरीष यादव, संदीप कोरी, अनूप चैकसे, श्रीमति अनीता सेन, शोभा सोनी, हीराबाई बौद्व सहित राष्ट्रीय कार्य समिति सदस्य उपस्थित थे।

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